हम सभी ने कभी न कभी अपने जीवन में किसी चीज़ की तुलना (Comparison) करके उसका मूल्य तय किया है। चाहे वह एक नया फोन हो, कार हो या फिर कोई अपार्टमेंट – हम पहले यह देखना पसंद करते हैं कि दूसरे लोग इसके लिए क्या कीमत चुका रहे हैं।
ठीक इसी तर्ज़ पर, शेयर बाजार और बिज़नेस वैल्यूएशन में एक बहुत ही Practical और Popular Approach है – Relative Valuation।
💡 क्या है Relative Valuation?
Relative Valuation का मतलब है किसी कंपनी या संपत्ति का मूल्यांकन इस आधार पर करना कि उसकी जैसी अन्य कंपनियाँ या संपत्तियाँ मार्केट में किस कीमत पर उपलब्ध हैं।
यह पूरी तरह तुलना पर आधारित है – "What is the going rate in the market?"
🏢 Real Life Example: रियल एस्टेट में तुलना
मान लीजिए आप मुंबई में एक 2BHK अपार्टमेंट खरीदना चाहते हैं। आप सबसे पहले उसी इलाके में बिके हुए फ्लैट्स की कीमत जानेंगे। अगर पास वाले सोसाइटी में 2BHK 1.2 करोड़ में बिका है, तो आपको अंदाज़ा मिल जाता है कि आपका अपार्टमेंट भी इसी रेंज में होना चाहिए।
इसी तरह, Stock Market में जब हम कोई कंपनी Evaluate करते हैं, तो हम उसके जैसे Business की Market Multiples से तुलना करते हैं।
📈 प्रमुख तुलनात्मक मेट्रिक्स (Relative Valuation Multiples)
🔹 Trading Multiples
यह वो Valuation Ratios होते हैं जो किसी Listed कंपनी के स्टॉक से लिए जाते हैं। जैसे:
P/E Ratio (Price to Earnings)
EV/EBITDA
P/B Ratio (Price to Book)
उदाहरण: अगर किसी सेक्टर का औसत EV/EBITDA 10x है और आपकी एनालाइज की गई कंपनी 7x पर ट्रेड हो रही है, तो वह सस्ती लग सकती है – बशर्ते बाकी सारी बातें समान हों।
🔹 Transaction Multiples
यह वो Multiples होते हैं जो पहले हुई किसी M&A (Mergers & Acquisitions) डील से मिलते हैं।
उदाहरण: यदि पिछले साल एक FMCG कंपनी को 12x EBITDA पर खरीदा गया था, और कोई Similar कंपनी अब 9x पर मिल रही है, तो वह एक आकर्षक डील मानी जा सकती है।
🧠 Why is Relative Valuation useful?
✅ Simple और Intuitive होता है
✅ Fast comparison देता है
✅ Market mood और peer behavior को दर्शाता है
⚠️ लेकिन कुछ Limitations भी हैं:
❌ यह हमेशा Market Sentiment पर निर्भर करता है – जो कभी Over-Optimistic या Over-Pessimistic हो सकता है
❌ दो कंपनियाँ दिखने में Similar हो सकती हैं, लेकिन उनके भीतर Risk Profiles, Growth Rates, और Management Quality अलग हो सकती है
❌ सिर्फ Comparison से आप Intrinsic Value नहीं जान पाते
इसलिए, Relative Valuation को Absolute Valuation (जैसे DCF) के साथ मिलाकर उपयोग करना ज़्यादा समझदारी होती है।
📊 Best Practice:
जब आप Relative Valuation करें, तो हमेशा इन Parameters को ज़रूर देखें:
Industry Average
Peer Comparison
Maximum / Minimum Range
3 to 5 years का Historical Data
Growth Prospects & Risk Factors
✅ निष्कर्ष (Conclusion)
Relative Valuation हमें किसी भी संपत्ति या कंपनी की Market Positioning समझने का तेज़ और उपयोगी तरीका देता है। लेकिन इसे हमेशा context में समझना ज़रूरी है। सही तुलना तभी संभव है जब तुलना सही चीज़ से हो!
तो अगली बार जब आप किसी कंपनी में निवेश करने जा रहे हों, तो यह ज़रूर सोचिए:
"Is it cheap or expensive... compared to what?"