"PEG Ratio – Growth को नज़रअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है!"
📌 PEG Ratio: PE का अगला स्तर
Stock Market में निवेश करते समय PE Ratio (Price to Earnings Ratio) को अक्सर valuation metric के रूप में देखा जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर दो कंपनियों का PE Ratio एक जैसा हो, तो कौन सी बेहतर है?
यहीं आता है PEG Ratio – Price/Earnings to Growth Ratio, जो आपके Stock Analysis को एक नया Perspective देता है।
🤔 PEG Ratio क्या है?
PEG Ratio की गणना इस तरह होती है:
PEG Ratio = (Price / EPS) ÷ Growth Rate
यह एक तरह से Growth-Adjusted PE Ratio है।
📘 इसे Peter Lynch (Famous Fund Manager) ने popular किया था। उनका मानना था:
❝ High PE कभी-कभी justified होता है अगर Growth भी high है। ❞
❝ लेकिन PEG Ratio अगर 1 से कम है, तो वो Stock undervalued हो सकता है। ❞
🔍 Example से समझें:
मान लीजिए दो कंपनियाँ हैं – A Ltd. और B Ltd.
| Company | Price | EPS | PE Ratio | Expected Growth Rate | PEG Ratio |
|---|---|---|---|---|---|
A Ltd. | ₹120 | ₹10 | 12x | 10% | 1.2 |
B Ltd. | ₹140 | ₹10 | 14x | 15% | 0.93 |
अगर सिर्फ PE देखेंगे तो A Ltd. सस्ती लगेगी।
लेकिन Growth को भी consider करें, तो PEG के अनुसार B Ltd. बेहतर वैल्यू देता है।
💡 PEG Ratio क्यों है ज़रूरी?
PE Ratio सिर्फ Price और Earnings पर फोकस करता है।
PEG Ratio तीन dimensions को जोड़ता है:
Price
Earnings
Future Growth
🚀 इसलिए, ये ज़्यादा Realistic Indicator है किसी Stock के True Value का।
✅ PEG Ratio के Benefits:
Growth को Incorporate करता है – सिर्फ पिछली Earnings पर नहीं रुकता।
Better Comparison Across Sectors – High Growth Tech vs Stable FMCG जैसे cases में Useful है।
Undervalued Gems की पहचान में मदद करता है – जब PE ज़्यादा हो लेकिन Growth और ज़्यादा हो।
⚠️ Caution – हर जगह PEG Fit नहीं होता
PEG Ratio में इस्तेमाल होने वाला Growth Rate अनुमानित होता है – यानी इसमें Subjectivity होती है।
Mature Companies जिनकी Growth low है, उनके लिए PEG misleading हो सकता है।
PEG सिर्फ Quantitative Metric है – Business Model, Moat, Cash Flow, Risk जैसे Qualitative Factors को नहीं देखता।
🧠 Final Thought:
PEG Ratio = Smart Valuation Tool, लेकिन अकेले इस पर निर्भर न रहें।
इसका इस्तेमाल करें PE Ratio + Growth Forecast को Balance करने के लिए।
📉 अगर किसी कंपनी का PEG < 1 है – तो समझिए कि कंपनी undervalued हो सकती है।
📈 लेकिन उससे पहले ये ज़रूर पूछिए: क्या वो Growth Sustainable है?