क्या है Net Asset Value (NAV) और क्यों है यह Asset-Based Businesses के लिए महत्वपूर्ण?

 जब भी हम किसी कंपनी में निवेश करने का सोचते हैं, तो हम उसके लाभ, शेयर प्राइस और ग्रोथ को देखते हैं। लेकिन कुछ Businesses ऐसे होते हैं जहाँ Assets की वैल्यू सबसे बड़ी भूमिका निभाती है। ऐसे में Net Asset Value (NAV) एक बहुत ही उपयोगी मीट्रिक बन जाता है।


Net Asset Value (NAV) क्या है?

Net Asset Value (शुद्ध परिसंपत्ति मूल्य) का मतलब है किसी कंपनी की कुल Assets के Market Value में से उसकी Liabilities को घटाकर निकाला गया मूल्य।

Formula:
NAV = Market Value of Assets – Total Liabilities

इसका मतलब है – अगर आज कंपनी अपनी सारी संपत्तियाँ बेच दे और अपने सारे कर्ज चुका दे, तो मालिकों (Equity holders) के पास कितनी वैल्यू बचेगी।


NAV और Book Value में क्या फर्क है?

  • Book Value का आधार होता है – Accounting records यानी Balance Sheet में जो दिखता है। इसमें Assets की कीमत उनकी Historical Cost पर होती है।

  • जबकि NAV में हम Assets की Current Market Value को ध्यान में रखते हैं।

इसलिए NAV अक्सर ज़्यादा accurate होता है, खासकर उनके लिए जिनका बड़ा हिस्सा Real Assets में है।


NAV per Share कैसे निकालते हैं?

अगर आप किसी कंपनी का Per Share NAV जानना चाहते हैं, तो:

Per Share NAV = NAV / Number of Outstanding Shares

यह बताता है कि एक शेयर के पीछे असली संपत्ति कितनी है।


किन Businesses के लिए NAV ज़्यादा उपयोगी होता है?

NAV पद्धति हर कंपनी के लिए सही नहीं होती। यह कुछ खास Industries में सबसे ज़्यादा उपयोगी होती है:

  • Real Estate कंपनियाँ – जिनके पास ज़मीन, बिल्डिंग जैसी भारी संपत्ति होती है।

  • Shipping कंपनियाँ – जहाजों का Market Value समय के साथ बदलता है।

  • Aviation सेक्टर – Aircrafts, Hangers, Technical Equipment आदि की मार्केट वैल्यू प्रमुख होती है।

  • Investment Holding कंपनियाँ – जिनकी संपत्तियाँ ज्यादातर दूसरी कंपनियों में स्टेक के रूप में होती हैं।

इन Businesses के लिए NAV से पता चलता है कि कंपनी असल में कितनी Valuable है, भले ही उनकी Earnings momentarily कम हो रही हो।


एक छोटा उदाहरण:

मान लीजिए किसी रियल एस्टेट कंपनी के पास:

  • Properties की मार्केट वैल्यू: ₹1,000 करोड़

  • Total Liabilities: ₹400 करोड़

  • Outstanding Shares: 10 करोड़

तो NAV = 1000 – 400 = ₹600 करोड़
Per Share NAV = ₹600 करोड़ / 10 करोड़ = ₹60

अगर उस कंपनी का शेयर मार्केट में ₹45 पर मिल रहा है, तो यह संभावित Undervalued हो सकता है।


निष्कर्ष

Net Asset Value एक ऐसा टूल है जो आपको उन कंपनियों की सही वैल्यू समझने में मदद करता है जो Asset-heavy होती हैं।

📌 अगर आप Real Estate, Aviation, या Shipping जैसे सेक्टर में निवेश कर रहे हैं, तो NAV पर ज़रूर नज़र डालें।

क्योंकि Earnings कुछ समय के लिए गड़बड़ा सकती हैं, लेकिन Assets की सच्ची वैल्यू लंबे समय तक टिकती है।


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