EV to Capital Employed Ratio – जानिए निवेश के फैसले में इसका उपयोग कैसे करें

 जब आप किसी कंपनी में निवेश करते हैं, तो सिर्फ उसकी कमाई या शेयर की कीमत को देखना काफी नहीं होता। आपको यह भी समझने की ज़रूरत होती है कि आप जो भुगतान कर रहे हैं, वह असल में आपको क्या रिटर्न देगा। यहीं पर एक ज़रूरी फाइनेंशियल मीट्रिक आता है – EV to Capital Employed Ratio यानी उद्यम मूल्य से नियोजित पूंजी अनुपात


EV (Enterprise Value) क्या होता है?

Enterprise Value (EV) एक कंपनी का कुल मूल्य दर्शाता है – सिर्फ मार्केट कैप ही नहीं बल्कि कंपनी के कर्ज और नकदी की स्थिति को भी ध्यान में रखकर।

Formula:
EV = Equity Value + Debt – Cash & Cash Equivalents


EV to Capital Employed Ratio क्या है?

यह अनुपात दर्शाता है कि कंपनी में लगाए गए कुल पूंजी (Capital Employed) के मुकाबले, कोई निवेशक कितनी कीमत (EV) चुका रहा है।

Formula:
EV to Capital Employed Ratio = EV / (Equity + Debt)

यह मीट्रिक निवेशकों को बताता है कि क्या वे कंपनी में बहुत ज़्यादा प्रीमियम दे रहे हैं, और बदले में क्या उन्हें अच्छा Return on Capital Employed (ROCE) मिल रहा है या नहीं।


एक उदाहरण से समझें

मान लीजिए:

  • कंपनी की Total Assets = ₹100,000

  • Debt = ₹100,000

  • Market Capitalization = ₹500,000

  • Cash = ₹0

  • ROCE = 45%

Step-by-step Calculation:

  • Capital Employed = Equity + Debt = ₹100,000 + ₹100,000 = ₹200,000

  • EV = Market Cap + Debt = ₹500,000 + ₹100,000 = ₹600,000

  • EV/Capital Employed = ₹600,000 / ₹200,000 = 3

अब मान लें कि कंपनी अपनी नियोजित पूंजी (Capital Employed) पर 45% रिटर्न दे रही है।
लेकिन चूंकि निवेशक EV के रूप में 3 गुना भुगतान कर रहा है, उसका असली रिटर्न केवल 15% होगा।

क्यों?
क्योंकि ₹200,000 पर 45% = ₹90,000
लेकिन आपने ₹600,000 लगाए हैं, तो रिटर्न = ₹90,000 / ₹600,000 = 15%


निवेश का निर्णय कैसे लें?

अब सवाल उठता है – क्या 15% का रिटर्न आपके लिए पर्याप्त है?

  • अगर आप एक ऐसे निवेशक हैं जो 20% या उससे अधिक का रिटर्न चाहते हैं, तो यह डील आपके लिए महंगी है।

  • तब आप यह तय करेंगे कि आप EV के रूप में अधिकतम कितना भुगतान करने को तैयार हैं

Required EV = Capital Employed × (ROCE / Required Return)
= ₹200,000 × (45 / 20) = ₹450,000

तो आप ₹600,000 नहीं, सिर्फ ₹450,000 तक ही EV के रूप में भुगतान करना चाहेंगे।


इसका उपयोग कैसे करें?

EV to Capital Employed Ratio का उपयोग करते समय आपको ये 3 चीज़ें साथ में देखनी चाहिए:

  1. ROCE (Return on Capital Employed) – यह दर्शाता है कि कंपनी अपनी पूंजी से कितना मुनाफा कमा रही है।

  2. EV (Enterprise Value) – आप वास्तव में कितना भुगतान कर रहे हैं।

  3. Required Return – आपकी अपनी उम्मीद, यानी आप अपनी पूंजी पर न्यूनतम कितना रिटर्न चाहते हैं।


निष्कर्ष

EV to Capital Employed Ratio एक स्मार्ट तरीका है यह समझने का कि आप जो भुगतान कर रहे हैं, वह वास्तव में आपके लिए कितना फायदेमंद है। सिर्फ कम ROCE या हाई EV देखकर डरें नहीं — बल्कि दोनों को मिलाकर देखें।

अगर आप चाहते हैं कि आपकी पूंजी 20% से ज्यादा रिटर्न दे, तो आपको EV का मूल्यांकन इस तरह करना होगा कि वह ROCE के हिसाब से मैच करे।📊💡

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