Industry Classification: Standard Vs Reality उद्योग को परिभाषित करना

 🏭 Defining an Industry: सिर्फ नाम से नहीं, काम से पहचानो

जब भी आप किसी कंपनी का Industry Analysis करते हैं, तो सबसे पहला और सबसे जरूरी सवाल होता है:
"ये कंपनी किस Industry का हिस्सा है?"

सुनने में यह आसान लगता है, लेकिन हकीकत में Industry को सही ढंग से Define करना एक बड़ी चुनौती होती है।


🔍 Industry Classification: Standard Vs Reality

दुनिया भर में कई Standardized Classification Systems मौजूद हैं, जैसे:

  • NIC (National Industrial Classification) – भारत के लिए

  • GICS (Global Industry Classification Standard) – अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए

  • NAICS (North American Industry Classification System) – अमेरिका के लिए

ये सिस्टम कंपनियों को एक कोड या वर्ग में डालते हैं। लेकिन कई बार ये केवल सतही लेबल होते हैं, जो किसी उद्योग की असल dynamics को नहीं पकड़ पाते।


🚗 Case Study: Car Manufacturers – Same Code, Different Market

भारत में NIC के अंतर्गत passenger car manufacturing एक ही कोड में आता है।
इसका मतलब है कि:

  • एक entry-level compact car बनाने वाली कंपनी

  • और एक luxury car brand
    दोनों एक ही इंडस्ट्री कोड में शामिल हैं।

हकीकत? इनके consumers, pricing models, competition, और growth drivers पूरी तरह अलग हैं।


🎬 Example: PVR – Cinema, या Media? या कुछ और?

PVR Ltd. को आप केवल एक "Cinema Exhibition Company" कहें तो क्या यह पूरा सच होगा?

नहीं।

  • यह OTT Platforms जैसे Netflix, Hotstar से भी compete करता है

  • यह Live Entertainment (थिएटर, IPL, concerts) से भी मुकाबला करता है

  • यह Out of Home Entertainment ट्रेंड से भी जुड़ा है

इसलिए Industry को बहुत narrow या बहुत broad तरीके से define करना – दोनों जोखिम भरे हो सकते हैं।


📸 Example: Camera vs Smartphone

कुछ दशक पहले, Camera Industry एक Standalone Market थी।
अब?

  • मोबाइल फोन ने Entry-level कैमरे खा लिए

  • High-end smartphones ने Mid-range DSLRs को भी टक्कर दी

अगर आज भी कोई कैमरों को एक अलग Industry माने और मोबाइल की competition को ignore करे – तो analysis अधूरा रह जाएगा।


🎯 Right Approach: Look at the Underlying Drivers

Industry को define करने का सबसे अच्छा तरीका है –
"उस व्यापार को चलाने वाले प्रमुख कारकों (Key Drivers) को समझना।"

उदाहरण:

  • अगर PVR का business मुख्य रूप से इस पर आधारित है कि लोग घर से बाहर मनोरंजन चाहते हैं, तो classify करें as Out of Home Entertainment

  • अगर focus है कि लोग मूवी कंटेंट consume करना चाहते हैं, तो classify करें as Media & Entertainment


🧱 GICS का Smart Structure

GICS (Global Industry Classification Standard) एक चार-स्तरीय hierarchy है:

  1. Sector – जैसे Energy

  2. Industry Group – जैसे Energy Equipment & Services

  3. Industry – जैसे Oil & Gas Drilling

  4. Sub-Industry – जैसे Offshore Drilling

Total: 11 Sectors, 25 Industry Groups, 74 Industries, 163 Sub-Industries

यह structure investors को granular level तक analysis करने की flexibility देता है।


📌 Takeaway: एक Industry को समझो, सिर्फ पहचानो मत

✅ Industry को परिभाषित करना सिर्फ नाम देने का काम नहीं है – यह एक रणनीतिक निर्णय है
✅ गलत classification से competitive landscape, risk, और opportunity सब गलत हो सकता है
✅ हमेशा सोचें:

  • इस व्यापार के key growth drivers क्या हैं?

  • यह किनसे compete कर रहा है – सिर्फ नाम से या व्यवहार से?

  • यह किस बदलती प्रवृत्ति (trend) से प्रभावित हो रहा है?


क्या आप चाहते हैं कि मैं किसी एक खास कंपनी के लिए यह प्रक्रिया लाइव करके दिखाऊं?
कमेंट करें या अगली पोस्ट के लिए अपनी कंपनी का नाम बताएं – चलिए करते हैं deep dive!

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