📊 Fiscal Policy और Economy पर उसका प्रभावNational Economy पर – समझें आसान भाषा में"
हर देश की अर्थव्यवस्था में सरकार की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। सरकार जब राजस्व (Revenue) और व्यय (Expenditure) से संबंधित फैसले लेती है, तो उसे राजकोषीय नीति (Fiscal Policy) कहा जाता है।
🧾 Fiscal Policy क्या होती है?
Fiscal Policy वह नीति है जिसके अंतर्गत सरकार:
राजस्व जुटाती है (जैसे कि Direct और Indirect Taxes, ब्याज, लाभांश आदि से)
और उसे व्यय करती है (जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा, सब्सिडी, पेंशन आदि में)
👉 ये निर्णय देश की Aggregate Demand, Supply, Saving, Investment और Economic Activity को सीधे प्रभावित करते हैं।
📉 Fiscal Deficit: एक महत्वपूर्ण संकेतक
अगर किसी साल सरकार का खर्च उसकी आय से ज़्यादा होता है, तो उसे कहा जाता है:
🔻 Fiscal Deficit
📌 Formula:
Fiscal Deficit = Total Expenditure – Total Receipts (excluding borrowings)
यह अक्सर GDP के प्रतिशत में दर्शाया जाता है।
🔄 प्रभाव:
अधिक उधारी की ज़रूरत पड़ती है
📈 Interest Rates बढ़ सकती हैं
💸 Private sector को उधारी महंगी पड़ती है
❌ Investment में गिरावट आती है
🐢 Economic Growth धीमी हो सकती है
🌍 चालू खाता घाटा (Current Account Deficit - CAD) और वैश्विक प्रभाव
देश को विदेश से:
Export के लिए पैसे मिलते हैं
Import के लिए पैसे देने पड़ते हैं
साथ ही Interest, Dividend और Remittance भी शामिल होते हैं
इन सभी के अंतर को कहते हैं:
🔍 Current Account Balance
👉 जब Import > Export होता है, तो यह कहलाता है:
🔻 Current Account Deficit (CAD)
📉 CAD का असर:
₹ मुद्रा की Value गिरती है (Currency Depreciation)
Import महंगे हो जाते हैं
Capital Goods महंगी होने से Productivity प्रभावित होती है
External Debt महंगा हो जाता है
परंतु:
✅ Weak Currency Export को Competitive बनाती है
✅ FDI और FPI Flow से CAD की भरपाई संभव है
💰 सरकार खर्च कैसे करती है?
Revenue Sources (P&L Measures):
Taxes
Interest और Dividend Income
Capital Sources (Balance Sheet Measures):
Market Borrowing
Asset Disinvestment (सरकारी संपत्तियों की बिक्री)
🧭 Types of Fiscal Policy
| Policy Type | Description | Purpose |
|---|---|---|
⚖️ Neutral Fiscal Policy | जब आय ≈ व्यय हो | Stable Economy में प्रयुक्त |
📈 Expansionary Fiscal Policy | खर्च > आय | मंदी या slowdown में Growth को बढ़ावा |
📉 Contractionary Fiscal Policy | खर्च < आय | Excess Demand, Inflation को काबू करने के लिए |
📌 निष्कर्ष (Conclusion)
Fiscal Policy किसी भी देश की आर्थिक दिशा तय करने वाला एक शक्तिशाली टूल है। यह न केवल सरकार की आय और व्यय को संतुलित करती है, बल्कि:
Growth को बढ़ावा देती है
Inflation को नियंत्रित रखती है
Employment सृजन करती है
Investment Climate बेहतर बनाती है
National Income को प्रभावित करती है
इसलिए, एक Balanced और Strategic Fiscal Policy ही देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बना सकती है।